दोस्त ने कहा : और बता ..
मैने कहा :
जी और क्या बताये, कुछ भी नहीं हैं खास इन दिनो,
तू जो नही पास इन दिनो,
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बिना तेरे मेरी हर खुशी अधुरी हैं,
सोच तू मेरे लिये कितना जरुरी है,
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इश्क तो सिर्फ कॉफी वाले करते है,
दोस्ती करना हो तो हम जैसे चाय वालो से मिलना,
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मैं कह नही सकता, तू नादान बोहोत है,
मेरे खुश रहने के लिये तेरी एक मुस्कान बोहोत है,
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मेरे दोस्त ..
हजारो मेहफिल है, लाखो मेले है,
पर जहाँ तुम नही, वहाँ हम अकेले है ...
- आकाश मोटवानी
Kabhi Biryani Bhi Khane Chalna
ReplyDeleteHaa bhai jarur😊
Deletegreat poem sir
ReplyDeleteThank you😊
DeleteEkdam mast Aakash😍😍👌👌👌👌
ReplyDeleteThank you😊
DeleteBohot khub Akash 👌😊
ReplyDeleteHam bhi tumhare bina akele hai ..😄😊✌️
Keep writing ✍️😊👍