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Showing posts from July, 2021

Yarana

  याराना खुबसूरत सा,  हमारा ये रिश्ता था...  तू मेरा,  और मैं तेरा था...  साथ, खाना-पीना-सोना,  एक दुसरे को हसाना -रुलाना...  रात-रात साथ बैठ,  ज़िंदगी की गुत्थी सुलझाना...  यार था तू मेरा,  मेरे लिए अब भी है...  पहले था दो दिल का,  अब रिश्ता एक तर्फि है...  कई तूफाने समेटे थे हमने,  ये आँधी इतनी मुश्किल ना थी...  तेरी भी थी जरूरत,  सिर्फ मेरी पहल काफी ना थी...  कुछ अलफाज़ो की चुभन,  अब भी महसूस हो रही है...  उन्हें अनसुना करने की दिल की कोशिश,  साफ समझ आ रही है...  इन सब से क्या लेना मुझे,  मतलब सिर्फ एक से है...  तू हसता-खेलता रहे,  तमन्ना सिर्फ ये एक ही है...  हर दुआ कबुल हो तुम्हारी,  चाहत ये मेरी है...  मिले अगर तुम्हारी नाराज़गी,  तो भी मेरी मंजूरी है... -Pranjali Ashtikar

AAPKE HONE SE MUZME NOOR HAI ...

  आपके होने से मुझमे नुर है  आपके होने से मुझमे नुर है  आशिर्वाद संग प्यार की  असीम सल्तनत मेरे नाम है .. आपके होने से ये जिंदगी जिंदगी लगती है  अंधेरा उजाला, देश विदेश कुछ भी हो  अपनापन तो सिर्फ अपनेही घर में है .. आपके होने से मुजमे हौसला है  हारकर बिखरने पर इतना भरोसा भला कोई किसीपे करता है .. आपके होने से घर में घरपन है  चार दिवालो के भीतर  मुझे जहां की सारी खुशियां नजर आती है .. आपसे मेरा जनम जनम का वास्ता है  हर जनम मे मैंने आपको ही  अपना माता पिता चुना होगा ये भरोसा है .. - खुशाल भोयर

Cry Alone

Cry alone... I'll not cry,  In front of U...  I'm strong enough, To handle emotional flu...  I'll not tell,  Ur words hurt me...  Or how deep,  They tore me...  Why should my smile fade,  Because of U...  When U didn't realize,  I got hurt by U...  I'll not give,  Explanation to U...  To understand or not,  The choice is upto U...  This is my pain,  I'll tackle on my own...  I'm strong enough,  To cry alone...  -Pranjali Ashtikar

मौसम की परछाई

मौसम की परछाई देखो मौसम की परछाई बन वो आई हैं  संग अपने वर्षा, ग्रीष्म और सर्द लायी हैं जरासा तंग करने पर वो गरम हो जाती हैं और जादा करो तो बस बाढ ही आ जाती हैं पर जब बात मनाने की हो तो खुद ठंडा रह कर वो मुझे मना ही लेती हैं खुद अपने आप मे ये लड़की मौसम की  परछाई हैं संग अपने वर्षा, ग्रीष्म और सर्द लायी हैं देखो मौसम को ये किस अंदाज से हसीन बनाती हैं हक़ जताने के लिए वो सुरज सी जिद्दी बन जाती हैं और बात जब ना बने तो बादल बनकर बरसती हैं पर जब उससे भी बात ना बने तो बर्फ की तरह जमकर चुपचाप बैठ जाती हैं खुद अपने आप मे ये लड़की बात मनवानेकी मशीन हैं संग अपने वर्षा , ग्रीष्म और सर्द लायी हैं देखो मौसम को ये अपने अनुसार बदल देती हैं हसते हसते रोकर बेमौसम बरसात की याद दिलाती हैं और रोते रोते हंसकर सावन मे धूप महसूस करवाती हैं पर नजाने कैसे जब रुठकर बैठने की बात हो तो खिलखिलाकर हसती हैं मानो सर्द मे सुरज के दुर्लभ दर्शन से मिल गए हो ये लड़की सचमे अपने आप मे सारे रूतुओ का स्रोत हैं संग अपने वर्षा , ग्रीष्म और सर्द लायी हैं - खुशाल भोयर

Saccha Aur Samajhdaar Dost

सच्चा और समझदार दोस्त  जैसे थे शोले के,  वैसे ही हम भी है...  जिस जय और वीरू के,  खाते सब कसमें है...  तेरे लिए तो हम,  इस दुनिया से लड़ सकते है...  और जरूरत पड़ी तो,  तुम्हारे भी हात-पैर तोड़ सकते है...  पर सब कुछ हम,  तुम्हारे लिए ही करते है...  आखिर हम भी,  तुम्हारा भला ही सोचते है...  लड़कियों की बुरी नज़रों से,  तुम्हें हम ही बचाते है...  मम्मा-पप्पा से डाट भी,  हम जान-बुझ के खिलवाते है...  हमने अपना फर्ज़,  पुरी ईमानदारी से निभाया है...  आखिर हमें भी तो मरने के बाद,  भगवान को मुहँ दिखाना है...  -Pranjali Ashtikar

😶

😶 जुबा बोली,  मैं मस्त हूँ...  आँखें बोली,  दिल को टोल तू...  मुस्कुराने की कोशिश,  और गम छुपाने की...  काफी अच्छी की तुने,  मुझसे झुठ बोलने की...   दर्द तुझे बया करने की,  जरूरत नहीं...  जख्म अपने दिखाने की,  इजाजत नहीं...  तुझे देख के,  तेरी कश्मकश, मैं समझ लू...  आ, तेरे हाथों को छु कर,  तेरा दर्द समेट लू...  -Pranjali Ashtikar

SWAMI VIVEKANAND

  स्वामी विवेकानंद सुर्याच तेज आणि चंद्राची शांती विवेकानंदाची साऱ्या जगभर ख्याती अफाट बुद्धिबळ आणि स्पष्ट वाणी  स्वामीच्या शब्दात होती विस्मयकारी क्रांती नरेंद्रचा होता विद्या हाच केंद्रबिंदु  सळसळलेल्या रक्तात होता चक्रावती हिंदू योगसाधनेच्या मार्गातला महान साधु ब्रह्मचारी सदा, नाही आणली वधू ईश्वराच्या शोधात केल्या घोर तपस्या  दर्शनात व्याकुल,गुरु परमहंसची समस्या  सिद्धिप्राप्त संताची जगभर भ्रमंती पाश्चात्य लोकांनी दिली स्वामीला पसंती  सिद्धिप्राप्तीसाठी धार्मिकता हवी संदेश त्यांचा पोहचला दारोदारी ३९ व्या वर्षीच सोडली जरी पृथ्वी यशस्वी स्वामीनी आणली विश्वात युवाक्रांती !!  - खुशाल भोयर

Baki h...

  बाकी है....... इतने जल्दी,  हिम्मत ना हारो तुम... अब भी कई , काली रातें आना बाकी हैं...... मुस्कान अपनी,  बनाये रखो.... अब भी कइयों की, खोई उम्मीद लौटाना बाकी है.... बिछड़ेंगे लोग तुमसे, डराएंगे हालात तुझे.... पर भूल ना जाना तू , तुझमें जान अब भी बाकी है..... ये तबाही ये बर्बादी, इससे छुटकारा मिलना अब भी बाकी है..... अभी तो जंग शुरू हुई है, जंग जीतना अभी बाकी है..... -Pranjali Ashtikar

'Zindagi'

You don't need someone to talk, You can talk to yourself You don't need someone to understand you, you can console yourself  You don't need someone to admire you, You can admire yourself  You don't need someone to guide you,  You can find own path for yourself  You don't need someone to live a life, you just need to be honest with yourself  For this 'zindagi' be grateful, and be kind to yourself!                                        - -  Mrunali