अजीब सा ये दर्द है,
हमेशा दिल में रहता है.....
मुझको अक्सर,
तुम्हारी याद दिलाता है....
हवा में लेहराती झुलफे,
बुलाती तुम्हें है....
बेचैन आँखें,
ढुंढती तुम्हें है.....
तुम्हारे पास आते ही,
दिल की धडकने तेज़ हो जाती है.....
और फिर तुम्हें देखते ही,
मेरी साँसें थम सी जाती है......
जब हिचकियाँ आती है,
अपने साथ तुम्हारी यादें ले आती है.....
फिर तुम्हारी तस्वीर,
आँखों से ओझल नहीं हो पाती है.....
तुम्हारे सामने आते ही,
दिल बड़बड़ाने लगता है....
मगर बात करना चाहा,
तो लब्ज़ गुम हो जाते है.....
आँखें बंद करते ही,
तुम दिखाई देते हो.....
सपनो में भी आके,
मुझे बहोत सताते हो.....
चलेगा ये सिलसिला युही,
जब तक रहूँगी मैं.....
इस जनम में तो तुम्हें,
ना भूल पाऊँगी मैं.......
- Pranjali Ashtikar
Nice Poem Pranjali 😄🍀👌
ReplyDeleteKeep it up 😊👍
Thanks Khushal😃😊😊
ReplyDeleteKya baat hai !!!✨
ReplyDeleteAwesome!!!☺️
Thank U😊😊
DeleteWaah pranjali 😜kiske liye likha hai yeh sab
ReplyDeleteThank U😊😊 kisike liye nhi... 😅😉
DeleteBahot khub likha hai aapne miss Pranjali😍😍
ReplyDeleteThank U so much😊😊😇
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