बरसती बूँदे
जोर शोर से बरसती ये बूँदे,
हमेशा जाती है सबको भिगोके....
आती है दिल की ज़मी नर्म करने,
बंजर दिल को उपजाऊ बनाने....
इस दिल में प्यार का पौधा लगाने,
और फिर प्यार से उसे बढ़ाने....
जमे दिल के मैल को साफ करने,
ले जाती है सारी नफरत बहाके....
आती है आँखों की धूल मिटाने,
जाती है नया नजरियाँ देके....
इक-इक करके हर इक दिल जोड़ने,
पुराने रिश्तो को नया बनाने....
आती है एसे ये प्यार बरसाते,
जाती है ज़िंदगी में बहार लाके.....
- Pranjali Ashtikar
👌👌👌👌👌
ReplyDeleteThank U😊😊
DeleteVery nice poem Pranju 👌👌🍀🤟
ReplyDeleteThank U Khush
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