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EK NARI SAB PE BHARI ...


एक नारी सब पे भारी 
 

एक नारी सब पे भारी , 
आत्मविश्वास के साथ वो चल रही,
बताओ किस काम मे वो पीछे खडी,
वैज्ञानिक से लेकर पंतप्रधान तक वो सब काम कर चुकी,
क्योंकि एक नारी है सब पे भारी !! 

प्यार का पौधा वो हमेशा लगाते रही,
घर के आंगन को भी वो सजाती रही,
कभी माँ, बेटी, बहण,पत्नी बनकर,
घर को वो घरपन देती रही,
क्योंकि एक नारी है सब पे भारी !! 

फिर भी समाज ने उसे अहमियत न दीं, 
उसे कम लेखने का सिलसिला हमेशा सहती गई,
अपमान, पिळा पिकर वह आज भी डटकर लढ रही,
अपने काम को वो सदा आगे बढा रही,
क्योंकि एक नारी है सब पे भारी !!

- खुशाल भोयर 


"महिला सशक्तीकरण"


Comments

  1. भारी रे भाई🥰😘😍

    ReplyDelete
  2. It's Nice, Khush😃😃
    Lagta h ki ek naari tujhpe bhi bhari hui h.. 😅😅😅😂😂

    ReplyDelete
    Replies
    1. Thank you 😊😊👼
      बात तेरी बिल्कुल ही सही है,
      दीदी ने lockdown मे मुझे बोहोत पिटा हैं 😂😂😂

      Delete

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