भारतीय सेना
मजबूत कंधो पर लिए जिम्मेदारी
सीमा पर है मौजुद, छप्पन इंच की छाती
धूप, ठंड, बारिश और तूफ़ानों में
हरियान सी नजरे है दुश्मन पर टिकाए ।।
चीते की तेजी, सुपर्ण की आंख
मजबूत कंधो पर जिम्मेदारियां लाख
हर सांस जिन्होंने पहले ही कर दी देश के नाम
देशसंरक्षक में कुर्बान होकर सेना का बढ़ाया सम्मान ।।
शत्रुओं से भला हमे कैसा डर
जब सीमा पर तैनात हो सेना का निडर
रात दिन रहता पहरा सीमा पर
तभी निद्रामय रह पाते हम पुरी रात भर ।।
बिना अनुमति के इनके परिंदा भी पर ना मारे
विरसाहसी दहाड़ के आगे दुश्मन देखता दिन में तारे
बहादुरो के खून पसीने से मजबूत है देश की सीमा
भारत माता के सपूत तुम सौ साल तक जीना ।।
- खुशाल भोयर
Nice
ReplyDeleteThank you Sir 😊😇
DeleteIt's Awesome Khush😃👌👌👌👌
ReplyDeleteThanks Pranju 😇😊
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