मकरसंक्रांती
नये साल का पहला गान
आसमान में पतंगों की उड़ान
भानु को मकरप्रवेश का मान
खलियानों की नयी फसल का सम्मान ।।
तिल की खुशबू, गुड की मिठास
घर - घर रहता लड्डू की खुशबू का सहवास
हल्दी कुंकु का स्नेह निमंत्रण
सप्ताहों तक भेटवस्तुओ का वितरण ।।
हर्ष ,उमंग, नई सोच और परस्पर दुल्हार
एक दूसरे से मीठे बोलने की पुकार
आपस की शत्रुता भुलाकर
मैत्री करने की प्यार भरी पुकार ।।
पेच की रस्सी - खेच का उल्हास
अंबर गायब होने का आभास
सभी तरफ ऐसे मनाए जाने वाला
मकरसंक्रांती का प्यार भरा त्योहार ।।
- खुशाल भोयर
Waa Re Mere Sher...😅 Happy Makar Sankranti 😍💕
ReplyDelete😁😁😇
DeleteSame to you Bhai 🤗