सच्चा और समझदार दोस्त
जैसे थे शोले के,
वैसे ही हम भी है...
जिस जय और वीरू के,
खाते सब कसमें है...
तेरे लिए तो हम,
इस दुनिया से लड़ सकते है...
और जरूरत पड़ी तो,
तुम्हारे भी हात-पैर तोड़ सकते है...
पर सब कुछ हम,
तुम्हारे लिए ही करते है...
आखिर हम भी,
तुम्हारा भला ही सोचते है...
लड़कियों की बुरी नज़रों से,
तुम्हें हम ही बचाते है...
मम्मा-पप्पा से डाट भी,
हम जान-बुझ के खिलवाते है...
हमने अपना फर्ज़,
पुरी ईमानदारी से निभाया है...
आखिर हमें भी तो मरने के बाद,
भगवान को मुहँ दिखाना है...
-Pranjali Ashtikar

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