जब रास्ते अलग हो जाये कुछ दूर चलने पर,
तू चलना राह पर अकस्मात मत छोडा कर,
निकल जायेगा रुलानेवाला ये भी कठीण समय,
तकदीर का लिखा होता है हमेशा आनंदमय ..
कसम खा ले वापस ना मुडणे की उस मोड पर,
तकलिफ के अलावा तुने पायाही क्या है उस राह पर,
यादो के पिटारो को छोड दे गहरे सागर की लहर पर,
बुनता जा नई रेशम की डोर अफसाने ये भुला कर ..
सारी गलतियो को तु अपनी पहचान ले अब,
सुनहरा भविष्य लायेगी ये लाजवाब क्रांती तब,
धुंडले बंधनो के तक्षण तुटकर गिरणे की वजह,
युही ना टुटे होगे इतने रिश्ते दुनिया में बेवजह ..
जिम्मेदारियों को सदा रखा कर अपनी कंधो पर,
भुलायेगी तुझे ये जीवन के हर बत्तर गम डटकर,
आसान बनेगा सफर इस अद्भुत बोझ के साथ,
करवायेगी वाकीफ खुद से करते हुए हर संकट पर माथ ..
- खुशाल भोयर
Ek dam zakaas yaar.. 😀😀
ReplyDeleteEkdam sach likha h.... 👍👍👍
So touchy.... 👌👌👌
Thank you 😊🍀💓
DeleteWahh Bhaii
ReplyDeleteThank you 😊🍀💓
DeleteKdk Dada
ReplyDeleteThank you 😊🍀💓
DeleteWow
ReplyDeleteThank you 😊🍀💓
DeleteAmazing 🤩🤩🤩
ReplyDeleteThank you 😊🍀💓
DeleteNice.
ReplyDeleteThank you 😊🍀💓
Delete👏👏👏👏
ReplyDeleteThank you 😊🍀💓
DeleteGood👏
ReplyDeleteThank you 😊🍀💓
Delete👌
ReplyDeleteThank you 😊🍀💓
DeleteThank you 😊🍀💓
ReplyDeleteNice comment Nikhil😊😊
ReplyDelete🙄😅😂😂
DeleteAk dam mast👌👌
ReplyDeleteThank you 😊🍀💓
DeleteBahut Sundar❤️
ReplyDeleteThank you 😊🍀💓
DeleteWaah waah kya baat hai!👌🤩
ReplyDeleteThank you 😊🍀💓
DeleteVery beautifully expressed and concise..... 👏👏👏
ReplyDeleteThank you 😊🍀💓
Delete🤗😍
ReplyDeleteThank you 😊🍀💓
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